
कृष्णानंद राय की हत्या के लिए मुख्तार अंसारी गैंग ने बरसाई थीं 500 राउंड गोलियां, थर्रा गया था पूर्वांचल
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- November 29, 2024
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विधायक कृष्णांनद राय समेत 7 लोगों की हुई थी हत्या
गाजीपुर । भाजपा के टिकट पर 2002 के विधानसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी के प्रभाव वाली मोहम्दाबाद सीट पर अफजाल को मात देने वाले कृष्णानंद राय कद्दावर नेता थे। पूर्वी उत्तर प्रदेश में उन्होंने पहली बार अंसारी बंधुओं को सियासी अखाड़े में ऐसी चुनौती दी थी जिससे उन्हें अपना राजनीतिक वजूद खतरे में पड़ता नज़र आया था। लेकिन किसे मालूम था कि यह चुनावी रंजिश कृष्णानंद राय की निर्मम हत्या की वजह बन जाएगी। मुख्तार अंसारी गैंग ने 29 नवम्बर 2005 को करीब 500 राउंड गोलियां बरसाकर भाजपा विधायक कृष्णांनद राय समेत 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस सनसनीखेज हत्याकांड से पूरा पूर्वांचल थर्रा गया था। हत्याकांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह (वर्तमान रक्षा मंत्री) वाराणसी में धरने पर बैठ गए थे।
कृष्णानंद राय हत्याकांड में मुख्तार के गुर्गे मुन्ना बजरंगी का नाम सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में उसी समय खुलासा किया था कि मोहम्दाबाद सीट से कृष्णानंद की जीत मुख्तार और अफजाल को खुली चुनौती जैसी लगी और इसी के परिणाम स्वरूप भाजपा विधायक कृष्णानंद राय और उनके सहयोगियों को जान गंवानी पड़ी थी। इस हत्या का आरोप सीधे तौर पर मुख्तार अंसारी पर लगा था। पुलिस ने खुलासा किया था कि मुख्तार ने मुन्ना बजरंगी जैसे अपने गुर्गों के साथ मिलकर कृष्णानंद राय की हत्या कराई। कृष्णानंद की हत्या उस समय की गई थी जब वह भांवरकोल ब्लॉक के सियाड़ी गांव में आयोजित एक क्रिकेट प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि बुलाए गए थे।
क्रिकेट मैच का उद्घाटन कर लौटते वक्त बसनिया चट्टी के पास मुख्तार अंसारी गैंग के अपराधियों ने उनके काफिले पर एके-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग कर विधायक सहित सात लोगों को मौत के घाट उतार दिया। कृष्णानंद के काफिले पर तब करीब 500 राउंड फायरिंग हुई थी। इस हत्याकांड में कृष्णानंद राय की हत्या में मुख्तार और अफजाल आरोपी थे। हालांकि बाद में गवाहों के मुकरने और पर्याप्त सबूत न मिलने से सीबीआई अदालत ने मुख्तार समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया था।
पंजाब जेल में आराम से रह रहा था मुख्तार
बता दें कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ कुल 59 मामले दर्ज थे। 20 मामले विचाराधीन थे। 282 गुर्गों पर कार्रवाई हो चुकी थी। 126 गुर्गों पर गैंगस्टर एक्ट, 66 गुंडों पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। 282 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। प्रदेश में योगी सरकार बनने के पहले मुख्तार पंजाब की एक जेल में आराम से रह रहा था। योगी आदित्यनाथ सरकार ने पहल कर मुख्तार को पंजाब से यूपी ट्रांसफर कराया। मुख्तार को पंजाब जेल में रखे जाने को लेकर कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने प्रियंका गांधी तक को चिट्ठी लिखी थी। चिट्ठी में उन्होंने लिखा था कि माफिया मुख्तार अंसारी को पंजाब की कांग्रेस सरकार में जेल में सरंक्षण देने के साथ राज्य अतिथि बना दिया गया है। उन्होंने कांग्रेस और प्रियंका वाड्रा पर मुख्तार अंसारी को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
लगा था गैंगस्टर एक्ट
मुख्तार अंसारी और अफजाल अंसारी पर मुहम्दाबाद पुलिस ने 22 नवम्बर 2007 को भांवरकोल और वाराणसी के मामले को गैंग चार्ट में सांसद अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी को शामिल करते हुए गिरोह बंद अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराया था। गैंगस्टर एक्ट के तहत मुख्तार-अफजाल के बहनोई एजाजुल हक को भी आरोपी बनाया गया था। उनका निधन हो चुका है।
23 सितंबर 2022 को सांसद अफजाल अंसारी और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ न्यायालय में प्रथम दृष्टया आरोप तय किया गया था। अभियोजन की तरफ से गवाही के बाद इस मामले में बहस पूरी हो गई है। एक अप्रैल को इस मामले में सुनवाई पूरी हो गई थी। हांलाकी मुख्तार अंसारी की कुछ महीने पहले हार्ट अटैक से मौत हो गयी है