
काशी में सड़क, गलियां, घाट सब हाउसफुल, 7 घंटे की तपस्या के बाद हो रहे बाबा विश्वनाथ के झांकी दर्शन
- राष्ट्रीय
- February 16, 2025
- No Comment
- 82
वाराणसी। प्रयागराज महाकुंभ में तीन अमृत स्नान समाप्त हो चुका है, परंतु अभी भी काशी में दिन प्रतिदिन उसका पलट प्रवाह देखने को मिल रहा है। अभी भी लोग प्रयागराज काशी और अयोध्या जाना लोग नहीं भूल रहे हैं। लोग अगर प्रयागराज में गंगा स्नान कर रहे हैं, तो अयोध्या के साथ ही काशी में भी गंगा स्नान और बाबा काल भैरव और बाबा विश्वनाथ का दर्शन करना नहीं भूल रहे हैं।
अब तक करोड़ की संख्या में लोग काशी आ चुके हैं और अभी भी उम्मीद लगाई जा रही है कि अभी भी करोड़ों लोग काशी पहुंचेंगे। गोदौलिया से लेकर दशाश्वमेध घाट और बाबा विश्वनाथ जाने वाला मार्ग पूरा ठसा-ठस भरा हुआ है और यह क्रम लगातार बना हुआ है। लोग 6 से लेकर 7 घंटा लाइन लगाकर बाबा विश्वनाथ का झांकी दर्शन कर रहे हैं। ज्यादा भीड़ को देखते हुए अब बाबा विश्वनाथ का सिर्फ लोगों को झांकी दर्शन दिया जा रहा है।
लोग पहले आशंका जता रहे थे कि माघ पूर्णिमा के बाद भीड़ समाप्त हो जाएगा, परंतु ऐसा अभी भी देखने को नहीं मिल रहा है। काशी और अयोध्या में वीकेंड पर जबरदस्त भीड़ उमड़ी है। काशी में 20 लाख लोग पहुंचे हैं। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग की है। गंगा आरती को 26 फरवरी तक रोक दिया गया है। शाम 6 बजे के बाद गंगा में नावें नहीं चलेंगी। रविवार सुबह 2 बजकर 45 मिनट पर विश्वनाथ मंदिर के कपाट खोले गए। पुजारियों ने विधि-विधान से बाबा का अभिषेक किया। इसके बाद श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं। 5 किलोमीटर तक लंबी लाइन लगी है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने में 5-6 घंटे का वक्त लग रहा है। रेलवे स्टेशनों पर भी जबरदस्त भीड़ है।
काशी में गंगा आरती और नौका विहार देखने के लिए पहुंचते हैं, परंतु लोगों को अब गंगा आरती नहीं देख पा रहे हैं। एक अर्चक द्वारा सांकेतिक रूप से आर्थिक घाटों पर कराया जा रहा है। वही शाम 6:00 बजे के बाद गंगा में नाव चलाने पर रोक लगा दिया गया है जिसके कारण लोग निराश होकर अब घरों को लौट रहे हैं।